कई ब्लाग पोस्ट पढ़कर दिल तो करता है कि टिप्पणी दूं - "आपकी पोस्ट पर लानत भेजता हूं"...पर समाजकर्म है कि कुछ कहते नहीं बनता. कम से कम कविताओं के ढेरों ब्लागों की तो यही हालत है. एक से एक फुसफुसी तुकबंदियां...(हालांकि कविताओं के भी कुछ ब्लाग बहुत बेहतरीन हैं)
और उस पर तुर्रा ये कि अगर महिला कवियत्री हुई तब तो टिप्पणियों की बाढ़ सी ही आ जाती है. अरे भई बुरा नहीं कह सकते तो अच्छा तो मत बताओ. अभी नया-नया हूं इस दुनिया में...शायद मैं भी समझ जाउं धीरे-धीरे...
"jit leti roopsi nari use muskan se " kvivr dinkr ne yoon hi thodi likha tha kvita kaisi hain bat yh nhi hai bat to tippni ki hai thik kha hai aap ne dr.ved vyathit
अच्छा.... ये लानत की दूकान है... चलिए दो-चार लानत हमको भी दीजियेगा... हम तो qualification में फिट बैठते हैं... १. महिला हैं २. खूबसूरत भी हैं ३. तुकबंदी भी करते हैं... तो फिर देर किस बात की है.... दे दीजिये.... आकांक्षी और अभिलाषी.... हाँ नहीं तो...!!
सच है।
ReplyDeleteआप अच्छा और सार्थक लिखते रहें. अन्य जो पसंद आये उस पर कमेंट करें. बाकी कौन क्या कर रहा है, इससे क्या लेना देना भाई?
ReplyDeleteहमारा ब्लॉग आपके लानतों का अभिलाषी है
ReplyDeleteवैसे आपने ये सही कहा,, अभी आप नए हैं जल्द ही सब कुछ समझ जायेंगे :)
आप अकेले नहीं हैं. वीनस केशरी की तरह हमारा ब्लॉग भी आपके लानतों का अभिलाषी है.
ReplyDeleteजब आ ही गए हैं तो फिर धीरे धीरे सब समझ भी जाएंगें :-)
ReplyDeleteआपकी लानत सिर माथे. कवि हूँ कवयित्री नहीं.
ReplyDeletenice
ReplyDeleteहा हा हा भेजिए भेजिए ...नए होने के बावजूद इतनी समझ ...बढिया है ....रामलाल जी । शुभकामनाएं
ReplyDeletechalo laanat hi sahi.....
ReplyDeletemagar poora padhne ke baad hi bhejna!
"aapka intjaar hai" ab ye bhi likhna padega kya?
kunwar ji,
सत्य वचन। मैंने भी अभी ऐसी ही कुछ पोस्ट लिखी है।
ReplyDeleteअब क्या कहे....
ReplyDelete"jit leti roopsi nari use muskan se " kvivr dinkr ne yoon hi thodi likha tha
ReplyDeletekvita kaisi hain bat yh nhi hai bat to tippni ki hai
thik kha hai aap ne
dr.ved vyathit
Thank God ! I'm not a blogger.
ReplyDeleteNo risk of " Lanat "
mera bhi pranam dev
ReplyDeleteआपकी लानत सर माथे पर...आप आईए तो सही ...
ReplyDeleteभेजिये तो सही
ReplyDeleteअच्छा....
ReplyDeleteये लानत की दूकान है...
चलिए दो-चार लानत हमको भी दीजियेगा...
हम तो qualification में फिट बैठते हैं...
१. महिला हैं
२. खूबसूरत भी हैं
३. तुकबंदी भी करते हैं...
तो फिर देर किस बात की है....
दे दीजिये....
आकांक्षी और अभिलाषी....
हाँ नहीं तो...!!
@ Ada-
ReplyDeleteBahut sahi !...lol
Ada ji ki 'lanat' bhejne ki ada bahut achhi lagi..
ReplyDeleteSmiles.
लेकिन मैं तो तारीफ़ कर रहा हूं आपकी पोस्ट की।
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