बेचारी सायना नेहवाल यह सच बोल कर डर गई कि भारत में राष्ट्रमंडल खेलों की सुविधाएं व तैयारियां अंतर्राष्ट्रीय स्तर की नहीं हैं. इसीलिए उसने लौटती डाक से ही कह मारा कि "माफ़ करना, सब बहुत बढ़िया है". वहीं दूसरी ओर ढेर सारे टोपीबाज़ झूठ बोलते नहीं अघा रहे कि सब ठीक-ठाक ही नहीं है बल्कि दुनिया को शर्मसार कर देने के स्तर का भी है.
कोई बात नहीं सायना, मैं तुम्हारी दुविधा समझ सकता हूं. तुम अपना काम करो देश को तुम पर गर्व है.
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